NCERT Class 10 Civics Chapter 8 Solutions लोकतंत्र की चुनौतियां
इस आर्टिकल में हम आपको NCERT Class 10 Civics Chapter 8 लोकतंत्र की चुनौतियां का समाधान प्रदान कर रहे है. यहाँ आपको पाठ्यपुस्तक के प्रश्नों के अतिरिक्त परीक्षा उपयोगी अन्य प्रश्नों के समाधान भी आसान भाषा में मिल जाएंगे.
अध्याय-समीक्षा
- सम्प्रदायिकता क्या अर्थ है अपने संप्रदाय के लिए दूसरे संप्रदाय की अवहेलना करना तथा समाजिक और मानसिक रूप से उन्हें नुकसान पहूँचाना , यहाँ तक कि राष्ट्रीय हितों की भी अवहेलना करना । जब सम्प्रदायिकता का आधार धर्म हो तो उसे धार्मिक सम्प्रदायिकता कहते है।
- अर्थिक असमानता के रहते हुए हम लोकतंत्र की सफलता का कामना नहीं कर सकते है|आर्थिक विषमता के कारण राजनितिक समानता प्राप्त नहीं किया जा सकता जो लोकतंत्र की निशानी नहीं है।
- महिलाओं की असमानतादूर करने के लिए उन्हे उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर करना चाहिए महिलाओं को समानता दिलाने के लिए कानून बनना चाहिए।
- क्षेत्रवाद के कारण हिंसा में बृद्धि होती है तथा कानून व्यवस्था को गहरा आघात पहुँचता है।
- अवगुण- लोकतंत्र में जनता द्वारा अयोग्य व्यक्ति को भी चुन लिया जाता है तो वह शासक बन जाता है। यह गुणों की अपेक्षा संख्या को अधिक महत्व देता है।
- औद्योगिकरण के कारण समाजिक समानता अब आ गई है गरीब लोग अब अमीर होने लगे है। औद्योगिकरण के कारण भारतीय समाज से बंधुआ मजदूरी तथा मजदूरों का शोषण लगभग समाप्त हो चुका है।
- आतंकवाद एक ऐसा शब्द है जो लोगो के मनोमस्तिष्क में खौफ तथा डर पैदा करता है। जो लोग आतंकवाद फैलाते है एक ही उदेश्य होता है बम धमाके करके लेागों में डर फैलाना और अपनी नाजायज माँगे पूरी करवाना ।
- जातिवाद से जातिय संर्धष बढने का खतरा होता है जिसका फायदा जातीय राजनिति करने वाले नेता उठाने लगते है। चुनाव में जातीय आधार पर उम्मिद्वारों का चयन होने लगता है जिससे अन्य जातियों को नुकसान पहूँचता है।
अभ्यास प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1- भारतीय लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख समस्याएँ क्या है ?
उत्तर – भारतीय लोकतंत्र के समक्ष प्रमुख समस्याएँ है ।
1. जातिवाद ।
2. साम्प्रदासिकता
3. भ्रष्टाचार
4. निर्धनता
5. अशिक्षा
6. बेरोजगारी ।
7. महँगाई
8. अलगाववाद
प्रश्न 2- सम्प्रदायिकता का क्या अर्थ है ? इस समाजिक बुराई से भारत को क्या क्या हानियाँ हुई है ?
उत्तर – सम्प्रदायिकता क्या अर्थ है अपने संप्रदाय के लिए दूसरे संप्रदाय की अवहेलना करना तथा समाजिक और मानसिक रूप से उन्हें नुकसान पहूँचाना , यहाँ तक कि राष्ट्रीय हितों की भी अवहेलना करना । जब सम्प्रदायिकता का आधार धर्म हो तो उसे धार्मिक सम्प्रदायिकता कहते है। इस समाजिक बुराई से भारत को क्या क्या हानियाँ हुई है।
1. इस समाजिक बुराई से 1947 में देश का विभाजन हुआ ।
2. इस समाजिक बुराई से देश में कई बार सम्प्रदायिक दंगे हुए है जिससे सैकडों लोगों की जानें गई है।
3. इससे आपसी सद्भाव समाप्त हो जाता है।
4. इससे देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहूँचता है।
प्रश्न 3- अच्छे लोकतंत्र की तीन विशेषता बताइए।
उत्तर –
1. लोगो द्वारा चुनी गइ सरकार ही सारे फैसले लेती है।
2. चुनाव में लोगों को अपने मत के अनंुसार अपना नेता चुनने का अधिकार होता है।
3. यह सर्वसधारण की हितो की रक्षा करता है।
4. यह समानता के सिद्धांत पर कार्य करता है।
5. यह नागरिकों सभी प्रकार की स्वंतंत्रता का अधिकार देता है।
प्रश्न 4- लोकतंत्र की तीन अवगुण बताइए।
उत्तर –
1. लोकतंत्र में जनता द्वारा अयोग्य व्यक्ति को भी चुन लिया जाता है तो वह शासक बन जाता है।
2. यह गुणों की अपेक्षा संख्या को अधिक महत्व देता है।
3. यह अस्थाई और खर्चिला शासन होता है।
प्रश्न 5- भारत पर औद्योगिकरण का तीन समाजिक प्रभावों का वर्णन करो ।
अथवा
प्रश्न – भारतीय समाज पर औद्योगिकरण के प्रभावों का वर्णन करो।
उत्तर –
1. औद्योगिकरण के कारण भारतीय समाज से जाति प्रथा और छुआछूत लगभग समाप्त हो चुका है।
2. औद्योगिकरण के कारण समाजिक समानता अब आ गई है गरीब लोग अब अमीर होने लगे है।
3. औद्योगिकरण के कारण भारतीय समाज से बंधुआ मजदूरी तथा मजदूरों का शोषण लगभग समाप्त हो चुका है।
4. औद्योगिकरण के कारण भारतीय समाज दो भागों में बँट गया है। पहला पूँजीपति वर्ग और दूसरा श्रामिक वर्ग ।
प्रश्न 6- आतंकवाद शब्द से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर – आतंकवाद एक ऐसा शब्द है जो लोगो के मनोमस्तिष्क में खौफ तथा डर पैदा करता है। जो लोग आतंकवाद फैलाते है एक ही उदेश्य होता है बम धमाके करके लेागों में डर फैलाना और अपनी नाजायज माँगे पूरी करवाना ।
NCERT Class 10 Civics Chapter 8 अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
1 अंक वाले प्रश्न
प्रश्न 1: विश्व के कितने भागों में अभी भी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था नहीं हैं?
उत्तर: विश्व के लगभग एक-चौथाई भाग में अभी भी लोकतंत्र नही हैं|
प्रश्न 2: चुनौती क्या हैं?
उत्तर: अगर किसी मुश्किल के भीतर ऐसी संभावना हैं कि उससे छुटकारा मिल सके तो उसे हम चुनौती कहेंगे|
प्रश्न 3: राजनीतिक सुधार क्या हैं?
उत्तर: लोकतंत्र के विभिन्न चुनौतियों के विषय में सुझाव या प्रस्ताव को लोकतांत्रिक सुधार या राजनीतिक सुधार कहा जाता हैं|
3/5 अंक वाले प्रश्न
प्रश्न 1- आर्थिक विषमता लोकतंत्र की सफलता में किस प्रकार बाधक है ?
उत्तर –
1. आर्थिक विषमता के कारण धनी लोग निर्धन वर्ग का शोषण करते है।
2. इसके कारण आपसी बंधुता का भावना समाप्त हो जाती है।
3. अर्थिक असमानता के रहते हुए हम लोकतंत्र की सफलता का कामना नहीं कर सकते है।
4. आर्थिक विषमता के कारण राजनितिक समानता प्राप्त नहीं किया जा सकता जो लोकतंत्र की निशानी नहीं है।
प्रश्न 2- महिलाओं की असमानतादूर करने के लिए कोई तीन उपाय सूझाइए ।
उत्तर –
1. महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए संधर्ष करना चाहिए।
2. महिलाओं की असमानतादूर करने के लिए उन्हे उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर करना चाहिए।
3. महिलाओं को समानता दिलाने के लिए कानून बनना चाहिए।
प्रश्न 3- क्षेत्रवाद भारतीय लोकतंत्र के लिए किस प्रकार खतरा है ?
उत्तर –
1. क्षेत्रवाद देश की एकता और अखण्डता के लिए खतरा है।
2. क्षेत्रवाद को जन्म देने वाले क्षेत्रिय नेता कई बार अलग राज्य या देश की माँग करने लगते है।
3. क्षेत्रवाद के कारण राज्यों के मध्य विवाद उत्पन्न हो जाते है।
4. क्षेत्रवाद के कारण हिंसा में बृद्धि होती है तथा कानून व्यवस्था को गहरा आघात पहुँचाता है। प्रश्न 4- जातिवाद राजनिति को किस प्रकार प्रभावित करता है।
उत्तर – जातिवाद राजनिति को निम्न प्रकार से प्रभावित करता है।
1. जातिवाद के आधार पर राजनिति में गलत या अयोग्य लोग चले आते है ।
2. जातिवाद से किसी एक जाति के ही राजनितिक उदेश्य पूरा होते है अन्य जातियों के लोगों का अनदेखी होती है।
3. जातिवाद से जातिय संर्धष बढने का खतरा होता है जिसका फायदा जातीय राजनिति करने वाले नेता उठाने लगते है।
4. चुनाव में जातीय आधार पर उम्मिद्वारों का चयन होने लगता है जिससे अन्य जातियों को नुकसान पहूँचता है।