NCERT Class 10 Civics Chapter 7 Solutions लोकतंत्र के परिणाम
इस आर्टिकल में हम आपको NCERT Class 10 Civics Chapter 7 लोकतंत्र के परिणाम का समाधान प्रदान कर रहे है. यहाँ आपको पाठ्यपुस्तक के प्रश्नों के अतिरिक्त परीक्षा उपयोगी अन्य प्रश्नों के समाधान भी आसान भाषा में मिल जाएंगे.
अध्याय-समीक्षा
- लोकतंत्र मे निर्णय नियम/कानूनों के अनुसार लिए जाते हैं अगर कोई नागरिक यह जानना चाहे की निर्णय लेने में नियमों का पालन हुआ हैं या नहीं यह जाने का अधिकार हैं| इसके लिए प्रावधान होता हैं जैसे भारत में सूचना का अधिकार| इसे ही पारदर्शिता कहते हैं|
- जनसँख्या का आकार, वैश्विक स्थिति, अन्य देशों से सहयोग और देश द्वारा निश्चित की गई आर्थिक प्राथमिकताओ पर निर्भर करता हैं|
- लोकतांत्रिक सरकार नागरिकों के निर्णय प्रक्रिया में भागीदार बनाने वाली कार्यविधि भी विकसित कर लेती हैं|
- लोकतंत्र अपने नागरिकों के बीच असमानता को कम नहीं कर सकता, ठीक हैं| लोकतंत्र में राजनीतिक समानता तो स्थापित हो जाती हैं क्योंकि सबको बिना किसी भेदभाव के राजनीतिक अधिकार मिलते हिं परन्तु आर्थिक समानता बनी रहती हैं|
- राजनीतिक दलों को गरीब मतों की आवश्यकता होती हैं और वह उन्हें खोना भी नहीं चाहते फिर भी गरीबों की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता हैं|
- लोकतंत्र के लिए सभी नागरिको को सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत करने की व्यवस्था करना आवश्यक हैं|
- सामाजिक अन्तर, विभाजन और टकरावों को संभालना निश्चित रूप से लोकतांत्रिक व्यवस्थाओ का एक बड़ा गुण हैं|
अभ्यास प्रश्नोत्तर
1. लोकतंत्र किस तरह उत्तरदायी, ज़िम्मेवार और वैध सरकार का गठन करता है?उत्तर: लोकतंत्र निम्नलिखित प्रकार से उत्तरदायी, ज़िम्मेवार और वैध सरकार का गठन करता है-
(i) उत्तरदायी सरकार :- लोकतांत्रिक सरकार विधायिका के प्रति उत्तरदायी हैं| उदहारणतया भारत में संसदीय सरकार में मंत्रीमंडल लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होते हैं| यदि लोकसभा में मंत्रिमंडल को बहुमत का समर्थन प्राप्त न हो या उसके विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पास हो जाए तो मंत्रिमंडल को त्याग पत्र देना पड़ता हैं|
(ii) जिम्मेवार सरकार:- लोकतांत्रिक सरकार जिम्मेवार सरकार होती हैं| इसके निर्णय लेने में देरी हो सकती हैं परन्तु लोकतांत्रिक सरकार की तुलना में इसके निर्णय लोगो के द्वारा मान लिए जाते हैं क्योंकि यह निर्णय एक निश्चित प्रक्रिया के बाद ही बनाए जाते हैं| लोकतांत्रिक सरकार नागरिकों के निर्णय प्रक्रिया में भागीदार बनाने वाली कार्यविधि भी विकसित कर लेती हैं|
(iii) वैध सरकार:- वैध सरकार के क्षेत्र में लोकतांत्रिक सरकार अन्य सरकारों से बेहतर हैं| इनमें भ्रष्टाचार हो स्क्लता हैं, यह लोगो की आवश्यकताओ की ओर ध्यान नहीं भी दे सकती हैं परन्तु यह लोगो की सरकार हैं| उनके द्वारा निर्वाचित सरकार हैं|
2. लोकतंत्र किन स्थितियों में सामाजिक विविधता को सँभालता है और उनके बीच सामंजस्य बैठाता है?
उत्तर: (i) यद्यपि कोई भी समाज अपने विभिन्न समूहों के मध्य टकराव को पूरी तरह और स्थाई रूप से नहीं समाप्त कर सकता| परन्तु अंतरों और विभेदों का आदर और उनमें सामंजस्य स्थापित किया जा सकता हैं| जोंकी केवल लोकतंत्र में ही संभव हैं|
(ii) गैर- लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं साधारणतया आंतरिक समाजिक मतभेदों की ओर ध्यान नहीं देती या उन्हें दबाने की कोशिश करती हैं| इस प्रकार समाजिक अन्तर, विभाजन और टकरावों को संभालना निश्चित रूप से लोकतांत्रिक व्यव्स्ताहो का एक बड़ा गुण हैं|
(iii) श्रीलंका का उदहारण जहाँ बहुसंख्यकवाद के कारण दो समुदाय में टकराव हुआ और गृहयुद्ध की स्थिति आई |
3. निम्नलिखित कथनों के पक्ष या विपक्ष में तर्क दें :
(i) औद्योगिक देश ही लोकतांत्रिक व्यवस्था का भार उठा सकते हैं पर गरीब देशों को आर्थिक विकास करने के लिए तानाशाही चाहिए।
(ii) लोकतंत्र अपने नागरिकों के बीच की असमानता को कम नहीं कर सकता।
(iii) गरीब देशों की सरकार को अपने ज्यादा संसाधन गरीबी को कम करने और आहार, कपड़ा, स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर लगाने की जगह उद्योगों और बुनियादी आर्थिक ढाँचे पर खर्च करने चाहिए।
(iv) नागरिकों के बीच आर्थिक समानता अमीर और गरीब, दोनों तरह के लोकतांत्रिक देशों में है।
(v) लोकतंत्र में सभी को एक ही वोट का अधिकार है। इसका मतलब है कि लोकतंत्र में किसी तरह का प्रभुत्व और टकराव नहीं होता।
उत्तर: (i) विपक्ष में तर्क- यह कहना हैं कि औद्योगिक देश ही लोकतंत्र का भार उठा सकता हैं और गरीब देशों को आर्थिक विकास करने के तानशाही चाहिए, गलत हैं| यह ठीक हैं कि लोकतंत्र में चुनावों पर काफी धन खर्च होता हैं, परन्तु तानाशाही या राजतंत्र में भी राजाओ के रखरखाव पर भी अत्यधिक धन खर्च किया जाता हैं| गरीब देशों में आर्थिक विकास लोकतांत्रिक द्वारा संभव हैं| आर्थिक विकास अन्य कारको-जनसँख्या आकार, वैश्विक स्थिति अन्य देशों से सहयोग और देश द्वारा तय की गई आर्थिक प्राथमिकताओ पर निर्भर करता हैं|
(ii) पक्ष में तर्क- लोकतंत्र अपने नागरिकों के बीच असमानता को कम नहीं कर सकता, ठीक हैं| लोकतंत्र में राजनीतिक समानता तो स्थापित हो जाती हैं क्योंकि सबको बिना किसी भेदभाव के राजनीतिक अधिकार मिलते हिं परन्तु आर्थिक समानता बनी रहती हैं| आय के साधन केवल कुछ ही लोगों के हाथ में केन्द्रित रहते हैं| वास्तव में सत्ता का नियंत्रण केवल कुछ ही लोगो के हाथ में केन्द्रित रहता हैं| राजनीतिक दलों को गरीब मतों की आवश्यकता होती हैं और वह उन्हें खोना भी नहीं चाहते फिर भी गरीबों की ओर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता हैं|अतः असमानता को कम करना संभव नहीं होता| अमीर और गरीब में अन्तर बढ़ता रहता हैं|
(iii) विपक्ष में तर्क- गरीब देशों की सरकार को अपने ज्यादा संसाधन गरीबी को कम करने और आहार, कपड़ा, स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर लगाने की जगह उद्योगों और बुनियादी आर्थिक ढाँचे पर खर्च करने चाहिए ताकि इससे गरीब और निम्न स्तर के लोगो के जीवन में सुधार लाया जा सके| प्रारंभिक असफलता के कारण सरकार ने निम्न वर्गों और गरीबों को प्रत्यक्ष रूप से उनकी दशा सुधारने के लिए कार्यक्रम बनाए , अतः गरीब देश की सरकार को प्रत्यक्ष कार्यक्रमों द्वारा गरीबों तथा निम्न वर्गों की दशा सुधारने पर धन खर्च करना चाहिए तभी उनकी दशा में सुधार आ सकता है|
(iv) पक्ष में तर्क- नागरिकों के बीच आर्थिक समानता अमीर और गरीब, दोनों तरह के लोकतांत्रिक देशों में है।आर्थिक असामनता अमेरिका में भी विद्यमान हैं क्योंकि वहां पर 20% लोग अमीर तथा राष्ट्रीय आय का 50% भाग रखते हैं जबकि 20% लोग का भाग केवल 4.0 % हैं| साथ ही ब्राजील में यह क्रमशः 63.0% और 26% हैं|
(v) विपक्ष में तर्क- लोकतंत्र में सभी को एक ही वोट का अधिकार है। इसका मतलब यह नहीं है कि लोकतंत्र में किसी तरह का प्रभुत्व और टकराव नहीं होता। समान आधार पर मत का अधिकार राजनीतिक समानता की स्थापना करने का प्रयत्न करता हैं आर्थिक असामनता स,माज में रहती हैं| इसके अतिरिक्त जातीय विभिन्नता, धार्मिक अन्तर और अन्य प्रकार की विभिन्नताओ के परिणामस्वरूप लोगो के हित और विचार अलग होता हैं|
4. नीचे दिए गए ब्यौरों में लोकतंत्र की चुनौतियां की पहचान करें। ये स्थितियाँ किस तरह नागरिकों के गरिमापूर्ण, सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन के लिए चुनौती पेश करती हैं।लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए नीतिगत-संस्थागत उपाय भी सुझाएँ :
(i) उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद ओडिसा में दलितों और गैर-दलितों के प्रवेश के लिए अलग-अलग दरवाजा रखने वाले एक मंदिर को एक ही दरवाजे से सबको प्रवेश की अनुमति देनी पड़ी।
(ii) भारत के विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
(iii) जम्मू-कश्मीर के गंडवारा में मुठभेड़ बताकर जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा तीन नागरिकों
की हत्या करने के आरोप को देखते हुए इस घटना के जाँच के आदेश दिए गए।
उत्तर: (i) यह स्थिति गरिमापूर्ण जीवन के लिए चुनौती हैं क्योंकि इनमें दलितों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जा रहा हैं| उनकों अलग दरवाजे से मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं थी| संविधान के अंतर्गत भेदभाव का अन्त कर दिया गया हैं| अतः न्यायालय ने संविधान के अनुसार उनको गई-दलितों के साथ एक ही दरवाजे से प्रवेश करने की अनुमति दी|
(ii) यह लोकतंत्र के लिए आर्थिक असमानता और गरीबी की चुनौती हैं| किसान वर्षा न होने तथा अन्य समस्याओं से पीड़ित होने के कारण अत्यंत सोचनीय अवस्था का सामना न कर सकने के परिणामस्वरूप आत्महत्या कर रहे हैं| किसानों के समक्ष आत्महत्या करने की स्थिति कई कारणों से आती हैं| जैसे वर्षा न होने पर फसल को क्षति पहुंचना अथवा अकाल जैसी स्थिति होना, ग्रामीण क्षेत्रों में साहूकारों से बार -बार ऋण लेना|
(iii) जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा गंडवारा में नकली मुठभेड़ के दौरान तीन-नगरिकों की हत्या करना नागरिकों की सुरक्षापूर्ण जीवन व्यतीत करने की स्वतंत्रत का उल्लंघन हैं| लोकतंत्र के लिए सभी नागरिको को सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत करने की व्यवस्था करना आवश्यक हैं|
5. लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के संदर्भ में इनमें से कौन-सा विचार सही है – लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं ने सफलतापूर्वक :
(i) लोगों के बीच टकराव को समाप्त कर दिया है।
(ii) लोगों के बीच की आर्थिक असमानताएँ समाप्त कर दी हैं।
(iii) हाशिए के समूहों से कैसा व्यवहार हो, इस बारे में सारे मतभेद मिटा दिए हैं।
(iv) राजनीतिक गैर बराबरी के विचार को समाप्त कर दिया है।
उत्तर: (iv) राजनीतिक गैर बराबरी के विचार को समाप्त कर दिया है।
6. लोकतंत्रा के मूल्यांकन के लिहाज से इनमें कोई एक चीश लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं केअनुरूप नहीं है। उसे चुनें :
(क) स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव
(ख) व्यक्ति की गरिमा
(ग) बहुसंख्यकों का शासन
(घ) कानून से समक्ष समानता
उत्तर: (ग) बहुसंख्यकों का शासन |
7. लोकतांत्रिक व्यवस्था के राजनीतिक और सामाजिक असमानताओं के बारे में किए गए अध्ययन बताते हैं कि-
(i) लोकतंत्र और विकास साथ ही चलते हैं।
(ii) लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में असमानताएँ बनी रहती हैं।
(iii) तानाशाही में असमानताएँ नहीं होतीं।
(iv) तानाशाहियाँ लोकतंत्र से बेहतर साबित हुई हैं।
उत्तर: (ii) लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में असमानताएँ बनी रहती हैं।
8. नीचे दिए गए अनुच्छेद को पढ़ें –
नन्नू एक दिहाड़ी मशदूर है। वह पूर्वी दिल्ली की एक झुग्गी बस्ती वेलकम मशदूर कॉलोनी में
रहता है। उसका राशन कार्ड गुम हो गया और जनवरी 2006 में उसने डुप्लीवेफट राशन कार्ड
बनाने के लिए अर्जी दी। अगले तीन महीनों तक उसने राशन विभाग के दफ्तर के कई चक्कर
लगाए लेकिन वहाँ तैनात किरानी और अधिकारी उसका काम करने या उसके अर्जी की स्थिति
बताने की कौन कहे उसको देखने तक के लिए तैयार न थे। आखिरकार उसने सूचना के
अधिकार का उपयोग करते हुए अपनी अर्जी की दैनिक प्रगति का ब्यौरा देने का आवेदन किया।
इसके साथ ही उसने इस अर्जी पर काम करने वाले अधिकारियों के नाम और काम न करने
की सूरत में उनके खिलाफ होने वाली कार्रवाई का ब्यौरा भी माँगा। सूचना के अधिकार वाला
आवेदन देने के हफ्ते भर के अंदर खाद्य विभाग का एक इंस्पेक्टर उसके घर आया और उसने नन्नू को बताया कि तुम्हारा राशन कार्ड तैयार है और तुम दफ्तर आकर उसे ले जा सकते हो।
अगले दिन जब नन्नू राशन कार्ड लेने गया तो उस इलाके के खाद्य और आपूर्ति विभाग के
सबसे बड़े अधिकारी ने गर्मजोशी से उसका स्वागत किया। इस अधिकारी ने उसे चाय की
पेशकश की और कहा कि अब आपका काम हो गया है इसलिए सूचना के अधिकार वाला
अपना आवेदन आप वापस ले लें।
नन्नू का उदाहरण क्या बताता है? नन्नू के इस आवेदन का अधिकारियों पर क्या असर हुआ? अपने माँ-पिताजी से पूछिए कि अपनी समस्याओं के लिए सरकारी कर्मचारियों के पास जाने का उनका अनुभव कैसा रहा है।
उत्तर: साधारणतया जैसा कि नन्नू के साथ हुआ वैसा व्यवहार सबके साथ होता है| सरकारी कर्मचारी अपने कर्तव्य का पालन नहीं करते हैं| भ्रष्टाचार का बोलबाला होने के कारण बिना रिश्वत के कार्य समय पर नहीं होता हैं| लोगों को सरकारी दफ्तरों के लगातार चक्कर लगाने पड़ते हैं और कई प्रकार की कठिनाईयां सहन करनी पडती हैं तब आकर उनका कार्य होता हैं|
अतिरिक्त – प्रश्न
प्रश्न 1: पारदर्शिता से क्या अभिप्राय हैं?
उत्तर: लोकतंत्र मे निर्णय नियम/कानूनों के अनुसार लिए जाते हैं अगर कोई नागरिक यह जानना चाहे की निर्णय लेने में नियमों का पालन हुआ हैं या नहीं यह जाने का अधिकार हैं| इसके लिए प्रावधान होता हैं जैसे भारत में सूचना का अधिकार| इसे ही पारदर्शिता कहते हैं|
प्रश्न 2: एशिया के किस देश में लोकतंत्र को तानाशाही के ऊपर वरीयता नहीं दी जाती?
उत्तर: पाकिस्तान|
प्रश्न 3: लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों के सचेत रहने का क्या प्रमाण मिलता हैं?
उत्तर: लोकतंत्र में लोग सरकार से शिकायत करते हैं ताकि सरकार उनकी आवश्यकताओ को पूरा कर सके| इनमें सरकार के कार्यों की आलोचना भी होती हैं|
प्रश्न 4: किसी देश में आर्थिक विकास के मुख्य कारक क्या होते हैं?
उत्तर: जैसे देश की जनसँख्या का आकार, वैश्विक स्थिति, अन्य देशों से सहयोग और देश द्वारा निश्चित की गई आर्थिक प्राथमिकताओ पर निर्भर करता हैं|
प्रश्न 5: लोकतंत्र अन्य व्यवस्थाओ, जैसे तानाशाही से बेहतर हैं| क्यों?
उत्तर: इसमें निर्णय बेहतर तरीके से होते हैं क्योंकि उन पर बहस होती हैं|
प्रश्न 6: नागरिकों की गरिमा और स्वतंत्रता के क्षेत्र में लोकतांत्रिक व्यवस्था का अन्य प्रणालियों की तुलना में क्या स्थान हैं? वर्णन कीजिए|
उत्तर: (i) गरिमा और स्वतंत्रता लोगों की इच्छा का आधार हैं| नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त होते हैं किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता|
(ii) लोकतंत्र की विशेषता हैं कि इसकी जांच परख और परीक्षा का अन्त नहीं हैं|
(iii) महिलाओ के साथ गरिमा और समानता का व्यवहार लोकतंत्र की आवश्यक शर्त हैं|
प्रश्न 7 :- नागरिकों की गरिमा और आजादी से क्या आशय हैं ?
उत्तर: लोकतंत्र प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्रता के साथ-साथ गरिमा प्रदान करता है। लोकतंत्र यह सुनिश्चित करता है कि भेदभाव किये जाने वाले लोगों के पास अवसरों या सुविधाओं की कमी न हो । यद्यपि जाति आधारित भेदभाव उपस्थित हो सकता है, परंतु लोकतंत्र के समझ कानूनी और नैतिक रूप से सभी समान होते है।
गरिमा एक व्यक्ति का सम्मान पाने और नैतिक रूप से व्यवहार करने का अधिकार है। गरिमा और आजादी की चाह ही लोकतंत्र का आधार है। स्त्रियों की गरिमा इसका एक बड़ा उदाहरण है। दुनिया के अधिकांश समाज पुरुष प्रधान रहे। महिलाओं के लबे संघर्ष के बाद अब जाकर यह माना जाने लगा है कि, महिलाओं के साथ गरिमा और समानता का व्यवहार लोकतंत्र के लिए जरूरी है।